एक जमपुर नाम का गांव था जिसमे एक शालिनी नाम की कयनी थी उस जगह पे शम्भू नाम का घर था और उसने बहुत सार घर बनके रेंट पे दिए थे रहने के लिए उसके दो बेटे थे एक बड़ा और एक छोटा जो की हर दो बेटे में होता है
बड़ा बेटा थोड़ा पढ़ाकू था और छोटा बेटा थोड़ा सा पागल कह सकते है वह एक अलग ही भगवान् का बनाया जानवर था उसके कहानी बताऊ तो वर्ड काम पड़ेंगे लेकिन उसके साथ आप बैठो हो उसे आपने एक बार छुआ तो वो आपको दो बार छुएगा अगर गलती से आपका उसके पैर पर पैर लग गया तो वह दो बार पैर लगाएगा आपको और वो चस्मा पेंटा था उसे रात में दिखाई भी नह देता थ।
एक दिन वह चास्मिस और वह पे रहने वाले बच्चे वो सब एक बार प्लान बनाये घूमने के लिए उन लोगो की आगे तब करीबन १२ साल की रहेगी वो चश्मिश को छोड़ के उसकी उम्र करीबन १५ साल की रहेगी वो लोग सायकल से जा रहे थे वो टोटल ६ लोग थे जिसमे से ३ लोग को साइकिल चलने आती थी और ३ लोग को नहीं
वो गए घूमने उन लोगो को सबसे पाहिले नदी दिखी वो उसमे तेरे बादमे आगे चलके उन्हें एक बहुत बड़ा आम का बगीचा दिखा तो उन लोगो ने वह पे गए और सब आम तोड़ के अपने पॉकेट में थैली में दाल रहे थे खा रहे थे ऐसे करके करीबन आधा घंटा चला गया
बादमे वो चश्मिश रोने लगा क्यूंकि सब लोग आम के पेड़ पे चढ़ सकते थे वो नहीं वो तो उसे आधा घंटा लगा आम के पेड़ पे चढ़ने को वो मस्त से ऊपर जाके बैठ के आम खा रहा था और उसके ऊपर वो ग्रुप का लीडर भी आम बैठके खा रहा था
उतने में ही आम के बगीचे का मालिक बहुत दूर से उन लोगो पे कोयटा फेका और सब डर गए और वो चारो जल्दी जल्दी पेड़ से उतर कर वह से निकलने लगे लेकिन इसमें वो चास्मिस नहीं उतर पा रहा था पेड़ से तो उसने उसके ऊपर बैठे वाले आदमी का पैर पकड़ लिया
और उसको भी उतरने नहीं दिया ऐसे करके वो चारो एक ही साइकिल पे बेथ के वह से नौ दो ग्यारह हो गए वो दोनों पकडे गए और बादमे उन सब को उसका नुक्सान पैसे देके भरना पड़।